कुछ परेशान सा हूँ, सोचता हूं क्यूं जी रहा हूं मैं, कुछ परेशान सा हूँ, सोचता हूं क्यूं जी रहा हूं मैं,
लेकिन जैसे-जैसे बढ़ता हूँ जंगल-जंगल याद करते हुऐ इतिहास के गलियारे, हकलाने लगता हूँ मैं आजकल हकला... लेकिन जैसे-जैसे बढ़ता हूँ जंगल-जंगल याद करते हुऐ इतिहास के गलियारे, हकलाने लगत...
कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से भूल जाऊँ। कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से...
मैं तो सब को प्यार करूँगा मैं तो सब को प्यार करूँगा
कभी रूठने का मौका मुझे भी दो न हर बार तुम ही रूठ जाते हो, कभी रूठने का मौका मुझे भी दो न हर बार तुम ही रूठ जाते हो,
ये बारिशों के दिन आज तुम्हारे आने का वादा पहाड़ी के नीचे वादी में, धुन्ध से झाँक कर ये बारिशों के दिन आज तुम्हारे आने का वादा पहाड़ी के नीचे वादी में, धुन्...